बाबा नीम करोली जी के बारे में 10 महत्वपूर्ण तथ्य
बाबा नीम करोली जी, जिन्हें नीम करौली बाबा, महाराज जी या बाबा नीब करौली के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रसिद्ध भारतीय संत थे जिन्होंने अपने जीवनकाल में अनेक चमत्कार और प्रेरणादायक कार्य किए। उनके अनुयायियों में एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स और फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग भी शामिल हैं। यहाँ बाबा नीम करोली जी के बारे में 10 महत्वपूर्ण तथ्य प्रस्तुत हैं:
1. जन्म और प्रारंभिक जीवन:
बाबा नीम करोली जी का जन्म 1900 के दशक की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के अकबरपुर गाँव में हुआ था। उनका असली नाम लक्ष्मण नारायण शर्मा था।
2. ट्रेन चमत्कार:
एक बार ट्रेन में टिकट न होने के कारण बाबा को ट्रेन से उतार दिया गया था। जब ट्रेन आगे नहीं बढ़ी, तब कर्मचारियों ने बाबा से माफी मांगी और उन्हें वापस बुलाया। बाबा के ट्रेन में बैठते ही ट्रेन चल पड़ी। यह घटना बाबा की दिव्य शक्तियों का प्रमाण मानी जाती है।
3. कैंची धाम की स्थापना:
1962 में बाबा नीम करोली जी ने उत्तराखंड के नैनीताल जिले में कैंची धाम आश्रम की स्थापना की। यह आश्रम बाबा के अनगिनत चमत्कारों और लीलाओं का केंद्र बना और आज भी हजारों श्रद्धालुओं का पवित्र स्थल है।
4. स्टीव जॉब्स और मार्क जुकरबर्ग की प्रेरणा:
एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स 1970 के दशक में बाबा के आश्रम में गए थे। जॉब्स ने फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को भी भारत जाकर बाबा के आश्रम की यात्रा करने की सलाह दी थी। यह यात्रा दोनों के जीवन में महत्वपूर्ण प्रेरणा स्रोत बनी।
5. बिना भेदभाव के प्रेम:
बाबा ने अपने अनुयायियों के बीच कभी भेदभाव नहीं किया और सभी को समान रूप से प्रेम और करुणा दी। वे हमेशा कहते थे, “सभी में ईश्वर का अंश है, इसलिए सभी से प्रेम करो।”
6. चमत्कारी घटनाएँ:
बाबा नीम करोली जी के जीवन में अनेक चमत्कारी घटनाएँ हुईं। एक बार उन्होंने अपने अनुयायियों को भोजन प्रदान करने के लिए चमत्कार किया जब सब्जियों और अनाज की कमी हो गई थी। उन्होंने अपने कम्बल से चमत्कार करके भोजन उत्पन्न किया।
7. आध्यात्मिक ज्ञान:
बाबा ने अपने अनुयायियों को आत्म-ज्ञान और आत्म-संयम का महत्व समझाया। उनका मानना था कि सच्ची भक्ति और सेवा के माध्यम से ही ईश्वर की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
8. महासमाधि:
11 सितम्बर 1973 को बाबा नीम करोली जी ने महासमाधि ली और भौतिक शरीर को त्याग दिया। लेकिन उनकी दिव्य उपस्थिति और आशीर्वाद आज भी उनके अनुयायियों के साथ है।
9. श्री हनुमान जी के भक्त:
बाबा नीम करोली जी को हनुमान जी का अवतार माना जाता था। उन्होंने अपने आश्रमों में कई हनुमान मंदिर स्थापित किए और अपने अनुयायियों को हनुमान जी की भक्ति करने की सलाह दी।
10. सरल जीवन, उच्च विचार:
बाबा ने हमेशा सरल जीवन और उच्च विचार का पालन किया। वे अपने अनुयायियों को भी यही सिखाते थे कि सादगी और सेवा ही सच्ची भक्ति है। उनका जीवन एक प्रेरणा है जो हमें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।
बाबा नीम करोली जी के जीवन और उपदेशों से हम सभी को प्रेरणा मिलती है। उनका जीवन प्रेम, करुणा और भक्ति का सच्चा उदाहरण है। उनके अनुयायी हमेशा उनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन की प्रार्थना करते हैं और उन्हें अपने जीवन में ईश्वर के रूप में मानते हैं।
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